मागली सेपेडा
मागली सेपेडा एक प्रसिद्ध समाज सेवा कार्यकर्ता हैं जिन्होंने अपना जीवन समाज के सबसे कमजोर सदस्यों की मदद करने के लिए समर्पित कर दिया है। वह पिछले 20 वर्षों से सामाजिक कार्य में सक्रिय हैं और उन्होंने कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त किए हैं, जिनमें भारत सरकार का सर्वोच्च नागरिक सम्मान,
पद्म भूषण भी शामिल है।
मागली का जन्म 1954 में मुंबई के एक गरीब परिवार में हुआ था। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में अपना बचपन बिताया, लेकिन उन्हें हमेशा दूसरों की मदद करने का जुनून था। जब वह 16 साल की थीं, तो उन्होंने एक स्वयंसेवक के रूप में काम करना शुरू किया और जल्द ही उन्हें समाज सेवा के काम से प्यार हो गया।
1980 के दशक की शुरुआत में, मागली ने ग्रामीण भारत में महिलाओं की मदद करने वाला एक गैर-सरकारी संगठन साक्षम की स्थापना की। साक्षम ने महिलाओं को स्वावलंबी बनने में मदद करने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए, जिनमें साक्षरता कक्षाएं, व्यावसायिक प्रशिक्षण और माइक्रोक्रेडिट शामिल थे। मागली के प्रयासों से ग्रामीण भारत में लाखों महिलाओं के जीवन में सुधार हुआ है।
साक्षम के अलावा, मागली ने कई अन्य सामाजिक कार्य संगठनों की स्थापना भी की है, जिनमें से कुछ में शामिल हैं:
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तारा : व्यापार और उद्यमिता के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने वाला संगठन।
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साथ-साथ : विकलांग लोगों के लिए शिक्षा और पुनर्वास कार्यक्रम प्रदान करने वाला संगठन।
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सीड : गरीबी और भेदभाव से प्रभावित समुदायों में स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने वाला संगठन।
मागली के काम को विश्व स्तर पर मान्यता मिली है। उन्हें संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1995 में
विश्व का महिला पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें 2006 में
पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था, जो भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
मागली सेपेडा एक सच्ची प्रेरणा हैं। वह दिखाती हैं कि एक व्यक्ति कितना बड़ा बदलाव ला सकता है यदि उनके पास दूसरों की मदद करने की प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प है। उनके काम ने भारत और दुनिया भर में लाखों लोगों के जीवन में सुधार किया है, और वह समाज सेवा में एक चमकदार उदाहरण बनी हुई हैं।